गणेश चतुर्थी व्रत कथा इन हिंदी - संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत कथा
श्री गणेश जी अपनी माता पार्वती जी से कहते हैं कि हे माता ! भाद्रपद मास की चतुर्थी अनेक फलो और सिद्धि की देने वाली है |
सतयुग में नल नाम का अति पवित्र चित्त वाला एक राजा था | उसकी दमयंती नाम वाली प्रसिद्द और सुन्दर रानी थी | भाग्यवश एक समय उसको स्त्री वियोग और विषाद करने वाला श्राप मिल गया | अतः उस समय उस रानी ने राजा को और अपने आप को विपदाग्रस्त देखकर इस उत्तम व्रत गणेश चतुर्थी का किया था | यह वार्ता सुनकर श्री पार्वती जी ने पूछा कि हे पुत्र ! दमयंती ने किस विधि से इस चतुर्थी व्रत को किया था एयर कितने समय के पश्च्यात उसको इस चतुर्थी व्रत का फल प्राप्त हुआ | Read More »
संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत विधि
गणेश चतुर्थी व्रत में क्या खाएं
गणेश चतुर्थी पर उपवास रखने की प्राचीन परंपरा हैं, कुछ लोग निर्जल व्रत और कुछ लोग फलाहार व्रत रखते हैं, वही अगर आप भी गणेश चतुर्थी का व्रत रखते हैं, तो कुछ बातो को ध्यान रखना बहुत जरूरी हैं, व्रत के दौरान व्रती की लापरवाही शरीर में बीमारी का कारण हो सकती हैं। निर्जल व्रत उपवास में न केवल भोजन बल्कि जल भी नही पीना होता, Read More »
गणेश चतुर्थी व्रत में क्या न खाएं
गणेश चतुर्थी पर अगर आपने व्रत रखा है तो आपको कुछ बातें जान लेनी चाहिए जो आप आप व्रत रखते समय ध्यान दे सकते हैं, गणेश चतुर्थी व्रत में निर्जला और फलाहार दोनो तरह का व्रत रखा जाता हैं, कुछ लोग निर्जला व्रत रखते हैं, और कुछ लोग फलाहार, फलाहार व्रत रखते समय कुछ सावधानियां रखनी चाहिए, आइए देखते है ऐसी कौन सी सावधानियां हैं, Read More »
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