संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत विधि - Sankashti ganesh chaturthi vrat vidhi

Sankashti ganesh chaturthi vrat vidhi


जब भी आप अपने घर में भगवान गणेश जी की स्थापना पूजन आदि करते हो, तो सर्वप्रथम श्रद्धा और विश्वास इन दोनो को लेकर ही अपने घर में भगवान गणपति जी की स्थापना कीजिएगा, शुद्ध आहार शुद्ध व्यवहार ब्रह्मचर्य का पालन कीजिएगा बड़ी श्रद्धा पूर्वक जब तक आपके घर में भगवान गणेश जी महाराज विराजमान हैं अपने घर में क्लेश आदि से दूर रहिएगा, भगवान गणेश जी का भक्ति का आनंद लीजिएगा।

संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत विधि in hindi - गणेश चतुर्थी का व्रत कैसे करें

भगवान गणेश जी की पूजा के लिए उपयुक्त सामग्री
अर्घपात्र या कलश, जौ, अक्षत, लड्डू, पान का पत्ता, लौंग, इलायची, रक्षासूत्र, यज्ञोपवीत, दुर्वा का घास, पुष्प, फल, अखंड दीपक, दही, दूध, घी, शहद, शर्करा, गन्ध, पंचामित्र, सिंदूर, इत्र, गणेश जी के लिए वस्त्र, घंटी, सुपारी, इत्यादि।

श्री गणेशस्थापना प्रतिष्ठा विधि


प्रथम सर्वदेवो को नमस्कार करें ततः अपने ऊपर जल का प्रोक्षण करें और तीन बार आचमन करें - 
ॐ केशवाय नमः। नारायणाय नमः
ॐ माधवाय नमः। रिषिकेशाय नमः

उसके बाद दीप ज्योति को प्रणाम करें।, अनामिका अंगुली में मुद्रिका अथवा कुशा की पवित्री धारण करें। सूक्ष्म विधि से स्वस्तिवाचन पढ़े,

सर्वप्रथम अपने हाथो मे पुष्प लेकर भगवान गणपति जी को प्रणाम करना हैं, आपको कोई भी मंत्र आता हो उसी मंत्र के द्वारा भगवान गजानन जी को प्रणाम कीजिए यदि आपको कोई मंत्र नही आता हैं आप कोई भी प्रार्थना मंत्रो का सहारा ले सकते हैं , भगवान की पूजा बिना मंत्रो के नही करनी चाहिए, बिना मंत्र के पूजा तामसी हो जाती हैं इसलिए यदि आप वैदिक मंत्र नही पढ़ सकते तो आप नाम मंत्र वाले मंत्र से भी पूजन कर सकते हैं।

हाथो में पुष्प लेकर भगवान गणेश जी का चिंतन कर लेना चाहिए, में में भाव रखे की हे प्रभु जिस श्रद्धा के साथ आज आपके स्थापना करने जा रहा हूं आप मुझे सर्व रूप से फल प्रदान करने वाले बने, हे प्रभु यथा शक्ति यथा भक्ति जिस विधि के साथ मैं आपका पूजन करूं, आप उसे स्वीकार करें,

इस प्रकार भगवान को प्रणाम करके भगवान से प्रार्थना कीजिए मंत्र कहिए वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥

इसके बाद संकल्प लें, हाथ में दुर्वा, अक्षत, जौ , पुष्प के साथ थोड़ा जल रखिए, दक्षिणा भी रख सकते हैं अपने इक्षा अनुसार, फिर संकल्प मंत्र कहे, संकल्प मंत्र के साथ अपना नाम , परिवार जनों के नाम, गोत्र नाम, जगह का नाम रखना होता हैं।

जिस भी कामना हेतु घर में भगवान गणेश जी की पूजा कर रहा हूं वह मेरे सारे कार्य सिद्ध हों

गणेश पूजन के लिए उपयुक्त मंत्र


ॐ नमो भगवते गजाननाय
ॐ गं गणपतये नम:।

इन मंत्र के जरिए आप भगवान गणेश जी का सर्वांग पूजन कर सकते हैं।

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