सभी मित्रो को राम राम ! आज हम आपके लिए लेकर आये है विष्णु भगवान की कथा और आरती की पीडीऍफ़, अगर आप इस बुक को डाउनलोड करना चाहते है तो आप बिलकुल ही सही जगह पर है, यहाँ हम आपको देंगे विष्णु भगवान की कथा की pdf और साथ में आरती भी.
भगवान विष्णु जो की इस सृष्टि का पालन- पोषण करते हैं उन्होंने हर युग में समय -समय पर धरती पर लीला करने तथा बुराई का अन्त करने के लिए धरती पर किसी न किसी रूप में अवतार लेते है, अपने कष्टों से मुक्ति पाने के लिए भक्तगण भगवान विष्णु की व्रत और आराधना करते है. प्रस्तुत है विष्णु भगवान की कथा और आरती.
विष्णु भगवान की कथा और आरती pdf download. Vishnu bhagwan ki katha aur aarti pdf download
परमपिता परमेश्वर और पुरे ब्रह्माण्ड के स्वामी भगवान विष्णु की कथा सुनने से मनोकामनापूर्ण होती है, बृहस्पतिवार का दिन भगवान विष्णु विष्णु का दिन माना जाता है, इस दिन पूजा करने से या व्रत रखने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते है, और मनवाछित फल की प्राप्ति होती हैं, केले का वृक्ष भगवान विष्णु के लिए शुभ माना जाता है.
विष्णु भगवान की आरती....
ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी! जय जगदीश हरे।
भक्तजनों के संकट क्षण में दूर करे॥
जो ध्यावै फल पावै, दुख बिनसे मन का।
सुख-संपत्ति घर आवै, कष्ट मिटे तन का॥ ॐ जय...॥
मात-पिता तुम मेरे, शरण गहूं किसकी।
तुम बिनु और न दूजा, आस करूं जिसकी॥ ॐ जय...॥
तुम पूरन परमात्मा, तुम अंतरयामी॥
पारब्रह्म परेमश्वर, तुम सबके स्वामी॥ ॐ जय...॥
तुम करुणा के सागर तुम पालनकर्ता।
मैं मूरख खल कामी, कृपा करो भर्ता॥ ॐ जय...॥
तुम हो एक अगोचर, सबके प्राणपति।
किस विधि मिलूं दयामय! तुमको मैं कुमति॥ ॐ जय...॥
दीनबंधु दुखहर्ता, तुम ठाकुर मेरे।
अपने हाथ उठाओ, द्वार पड़ा तेरे॥ ॐ जय...॥
विषय विकार मिटाओ, पाप हरो देवा।
श्रद्धा-भक्ति बढ़ाओ, संतन की सेवा॥ ॐ जय...॥
तन-मन-धन और संपत्ति, सब कुछ है तेरा।
तेरा तुझको अर्पण क्या लागे मेरा॥ ॐ जय...॥
जगदीश्वरजी की आरती जो कोई नर गावे।
कहत शिवानंद स्वामी, मनवांछित फल पावे॥ ॐ जय...॥
नाम | विष्णु भगवान की कथा और आरती |
भाषा | हिंदी |
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