सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को तिरुवनंतपुरम में श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर के पूर्ववर्ती शाही परिवारों के अधिकारों को बरकरार रखा, अब दशकों पुराने इस विवाद का अंत हो गया ।
कोर्ट ने इस मामले में केरल उच्च न्यायालय के आदेश को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए यह फैसला सुनाया। इनमें से एक याचिका त्रावणकोर शाही परिवार के कानूनी प्रतिनिधियों ने दायर की थी।
इस भव्य मंदिर का पुनर्निर्माण 18वीं सदी में इसके मौजूदा स्वरूप में त्रावणकोर शाही परिवार ने कराया था, जिन्होंने 1947 में भारतीय संघ में विलय से पहले दक्षिणी केरल और उससे लगे तमिलनाडु के कुछ भागों पर शासन किया था।
यह मंदिर भारत के धनी मंदिरों में आता है, 2016 में इस मंदिर से 186 करोड़ का सोना चोरी हो गया था, यह मंदिर रहस्यमयी है, इसका एक दरवाजा अभी तक खुला नही है ।
Sometimes words fail to express emotions. Prince Aditya Varma Thampuran and his mother embrace each other baring their happiness and raw emotions hearing #SupremeCourt's verdict favouring Padmanabha Swamy Temple administration.#Padmanabhaswamytemple pic.twitter.com/9SpV4PVG7Y— P C Mohan (@PCMohanMP) July 13, 2020
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