पालघर संत हत्याकांड में विश्व हिंदू परिषद की तरफ से साधुवो के वकील दिग्विजय त्रिवेदी की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई है। यह दुर्घटना सुबह लगभग 10 बजे हुई जब वह दहानु अदालत में भीड़ के हमले में मारे गए साधुओं के पक्ष में विश्व हिंदू परिषद की ओर से अपना पक्ष प्रस्तुत करने जा रहे थे। उनका साथी गंभीर रूप से घायल हो गया।
जानकारी के अनुसार, दिग्विजय त्रिवेदी सत्ताधारी बहुजन विकास अघाड़ी का लीगल सेल संभालते थे। इनकी मृत्यु के बाद ट्विटर पर पालघर मामले को लेकर फिर से सवाल उठने लगे हैं और महाराष्ट्र सीएम, पालघर पुलिस, महाराष्ट्र डीजीपी को टैग करके पूछा जा रहा है कि बड़े स्तर पर होने वाली लिंचिंग में किस-किस का हाथ है? क्या ये सब योजनाबद्ध है?
कुछ सोशल मीडिया यूजर इस घटना को सोशल मीडिया पर स्पष्ट तौर पर हत्या बता रहे हैं और कुछ लोग इस मामले को राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) या सीबीआई को सौंपने की बात कह रहे हैं।
This is absolutely shocking, will @CMOMaharashtra take this seriously?— Akshay Singh (@Akshaysinghel) May 14, 2020
Lawyer fighting for #PalgharSadhuLynching case ki!!ed in accident. Is this any conspiracy? @HMOIndia pic.twitter.com/UNSbAlBmQY
When Country was expecting CBI probe order to unveil the Sadhus #PalgharMobLynching conspiracy, the lawyer lost his life. Is it also a conspiracy? Maha Govt needs MahaAndolan before it's prob order on #PalgharSadhuLynching?— विनोद बंसल (@vinod_bansal) May 14, 2020
ओ३म् शांतिः शांतिः शांतिः. pic.twitter.com/v20vdz4Wwa