सबसे पहले ये समझ लें की चीन में स्वतंत्र मीडिया जैसी कोई चीज नहीं है, वहां मीडिया पूरी तरह सरकारी कण्ट्रोल में है और चीन से इसी कारण आसानी से जानकारियां बाहर नहीं आती
वुहान शहर में कोरोना वायरस की शुरुवात हुई, जिसके बाद दुनिया भर में अब कोरोना का आतंक है, वहीँ चीन को लेकर गंभीर बातें सामने आ रही है, चीन इन दिनों बता रहा है की उसके यहाँ नए मामलों में बहुत कमी आई है और मरने वालो की संख्या भी बहुत कम है
At 8:00 pm today local time in #Wuhan. See how few lights there are? One can fake the numbers, but can’t fake the fact that only a few apartments are still lit up. Where have people gone? #CCPVirus #COVID19ON #coronavirus pic.twitter.com/VBevAqy0XC— Jennifer Zeng 曾錚 (@jenniferatntd) March 19, 2020
चीन के मुताबिक उसके यहाँ 4 हज़ार के आसपास ही मौतें हुई है, पर जो जानकारियां अब निकल कर सामने आ रही है वो बेहद खतरनाक है और चीन को लेकर कहा जा रहा है की चीन सही आंकड़े नहीं दे रहा, चीन झूठ बोल रहा है, आंकड़े छिपा रहा है
जैसे भारत में कुछ प्रमुख मोबाइल कम्पनियाँ है उदाहरण के तौर पर जिओ, एयरटेल, आईडिया, वोडाफोन इत्यादि, वैसे चीन में मुख्यतः 3 प्रमुख मोबाइल कम्पनियां है
Some people say that if somebody dies, it usually takes several months for the carriers to automatically delete that account. So, the sharp reduction of users could also be caused by the bad economic situation several months ago, sometime in 2019? https://t.co/FI4ncOrj0M— Jennifer Zeng 曾錚 (@jenniferatntd) March 20, 2020
इन मोबाइल कंपनियों को लेकर ये जानकारी सामने आई है की जनवरी 2020 से पहले हर महीने इसके ग्राहकों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही थी पर जनवरी से मार्च के बीच इसके 1 करोड़ 50 लाख लाख से ज्यादा एक्टिव ग्राहक गुम हो चुके है, 80 लाख से ज्यादा ऐसे लोग जो रोज इस मोबाइल नेटवर्क का इस्तेमाल कर रहे थे वो अब कहा हैं किसी को नहीं पता, वो एक्टिव यूजर थे पर उनके मोबाइल अब बंद है.
इसके अलावा ये भी जानकारी सामने आई है की वुहान शहर और उसके आसपास अब कई घरों में रात को लाइट भी नहीं जलती, जबकि बिजली वितरण में कोई समस्या नहीं है और पहले यहाँ लाइट जला करती थी
जनवरी से पहले हर महीने चीनी मोबाइल कंपनियों के ग्राहक बढ़ रहे थे, पर जनवरी के बाद मार्च तक अब 15 मिलियन यानि 1 करोड़ 50 लाख ऐसे ग्राहक जो एक्टिव थे वो कम हो चुके है, उनके मोबाइल बंद हो चुके है, उन मोबाइल फ़ोन को कोई इस्तेमाल नहीं करता
इसके अलावा पहले जिन घरों में लाइट जला करती थी वहां अब लाइट नहीं जलती, मामला बहुत गंभीर है, ये भी सत्य है की कई लोग 1 से ज्यादा मोबाइल रखते है, पर अगर 1 करोड़ 50 लाख एक एक्टिव नंबर अब बंद हो चुके है तो भी मरने वालो की संख्या लाखों में ही ह, अगर हर शख्स 2 मोबाइल इस्तेमाल कर रहा था तो कम हुए लोगो की संख्या 75 लाख होती है, और अगर हर शख्स 4 नंबर भी इस्तेमाल कर रहा था तब भी कम हुए लोगो की संख्या 37 लाख 50 हज़ार की है
मामला बहुत गंभीर है, लाखों करोडो लोग चीन में गायब है और घरों में लाइट नहीं जल रही है, छेने ऐसा देश है जहाँ मीडिया स्वतंत्र नहीं है इसलिए चीन से सही खबरें भी सामने नहीं आती