दिल्ली में लॉकडाउन के दूसरे दिन शाहीन बाग के धरनास्थल को पुलिस ने पूरी तरह खाली करा दिया है। दक्षिण पूर्वी जिले के डीसीपी ने बताया कि मंगलवार सुबह वहां मौजूद प्रदर्शनकारियों से धरनास्थल को खाली करने की अपील की गई, लेकिन वे नहीं माने। ऐसे में उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने बताया कि धरनास्थल को खाली करा दिया गया है और मौके से कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है। पिछले तीन महीने से सड़क बंद कर चल रहे धरने के लिए लगे सभी टेंट को पुलिस आज सुबह पुलिस ने निकलवा दिया है। इसके अलावा जाफराबाद इलाके में भी भारी सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं।
Delhi: Delhi Police clears the protest site in Shaheen Bagh area, amid complete lockdown in the national capital, in wake of #COVID19 pic.twitter.com/4IYvGCqyFL— ANI (@ANI) March 24, 2020
मालूम हो कि रविवार को जनता कर्फ्यू के दिन से ही शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों के बीच तनाव चल रहा था। जनता कर्फ्यू के विरोध और समर्थन को लेकर प्रदर्शनकारी दो गुटों में बंट गए थे। इसे लेकर दोनों पक्षों में बवाल इस हद तक बढ़ गया था कि प्रदर्शनकारियों ने एक दूसरे पर जुते-चप्पल तक फेंके ते।
प्रदर्शनकारियों का एक गुट शुरू से ही कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए प्रदर्शन स्थगित करने के समर्थन में था, जबकि दूसरा गुट आज भी पुलिस की कार्रवाई से पहले तक नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ धरना जारी करने के पक्ष में अड़ा हुआ था। रविवार से ही वहां बवाल की आशंका थी, जिस वजह से भारी पुलिस फोर्स की तैनाती कर दी गई थी।
#WATCH Delhi Police clears the protest site in Shaheen Bagh area, amid complete lockdown in the national capital, in wake of #Coronavirus pic.twitter.com/N6MGLTLs5Z— ANI (@ANI) March 24, 2020
हालांकि रविवार को एक पक्ष के लोग धरनास्थल पर सांकेतिक प्रदर्शन के लिए अपने जूते चप्पल रख कर चले गए थे। उन्होंने पोस्टर लगाकर सूचना दी थी कि उनका धरना जारी है। प्रदर्शनकारी कनिज फातिमा ने बताया था कि कोरोनावायरस महामारी की बढ़ती समस्या के कारण रविवार से वहां आने वाला कोई भी प्रदर्शनकारी सिर्फ चार घंटे ही धरनास्थल पर रहेगा, और उसके बाद वह यहां से चला जाएगा।
यह व्यवस्था रविवार से लेकर कोरोनावायरस की समस्या समाप्त होने तक या कानून वापस होने तक जारी रहेगी। लेकिन इसके बाद दिल्ली में पूरी तरह से लॉकडाउन और फिर कर्फ्यू लग जाने के कारण धरना किसी भी रूप में चल पाना कानून के खिलाफ है। इसी के मद्देनजर पुलिस ने मंगलवार को सख्ती से कार्रवाई की।