कुलगाम से मिली सूचना के अनुसार, मंगलवार शाम को स्वचालित हथियारों से लैस पांच से छह आतंकी कतरस्सु गांव में दाखिल हुए। उन्होंने गांव के बाहरी छोर पर रह रहे गैर कश्मीरी श्रमिकों के डेरे पर दस्तक दी और वहां मौजूद करीब सात लोगों को बाहर निकालकर अपने साथ चलने को कहा।
आतंकी उन्हें वहां से कुछ दूरी पर ले गए और फिर उन्होंने उन पर अंधाधुंध गोलियों की बौछार कर दी। गोलियां लगते ही सभी श्रमिक जमीन पर गिर पड़े। उन्हें मरा समझ आतंकी वहां से चले गए।
आतंकियों के जाने के बाद आसपास मौजूद ग्रामीणों ने पुलिस को सूचित करते हुए खून से लथपथ पड़े सभी श्रमिकों को निकटवर्ती अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने पांच श्रमिकों को मृत घोषित कर दिया। एक श्रमिक जहीरूदीन की नाजुक हालत को देखते हुए उसे उपचार के लिए श्रीनगर के अस्पताल लाया गया है।
कुलगाम में पांच श्रमिकों की हत्या के बाद पूरी वादी में जबरदस्त तनाव है। अभी किसी भी आतंकी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन सुरक्षाबलों ने हत्यारे आतंकियों को मार गिराने का अभियान छेड़ दिया है। देर शाम तक कुलगाम सहित पूरे कश्मीर में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया गया।
16 अक्टूबर को शोपियां में ही पंजाब के रहने वाले सेब कारोबारी चरनजीत सिंह की आतंकियों ने हत्या कर दी थी और एक अन्य सेब कारोबारी संजीव को जख्मी कर दिया था। उसी दिन छत्तीसगढ़ के रहने वाले एक मजदूर की पुलवामा जिले में आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
आतंकी उन्हें वहां से कुछ दूरी पर ले गए और फिर उन्होंने उन पर अंधाधुंध गोलियों की बौछार कर दी। गोलियां लगते ही सभी श्रमिक जमीन पर गिर पड़े। उन्हें मरा समझ आतंकी वहां से चले गए।
आतंकियों के जाने के बाद आसपास मौजूद ग्रामीणों ने पुलिस को सूचित करते हुए खून से लथपथ पड़े सभी श्रमिकों को निकटवर्ती अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने पांच श्रमिकों को मृत घोषित कर दिया। एक श्रमिक जहीरूदीन की नाजुक हालत को देखते हुए उसे उपचार के लिए श्रीनगर के अस्पताल लाया गया है।
कुलगाम में पांच श्रमिकों की हत्या के बाद पूरी वादी में जबरदस्त तनाव है। अभी किसी भी आतंकी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन सुरक्षाबलों ने हत्यारे आतंकियों को मार गिराने का अभियान छेड़ दिया है। देर शाम तक कुलगाम सहित पूरे कश्मीर में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया गया।
15 दिनों में 6 मजदूरों, 4 ट्रक ड्राइवरों की हत्या
24 अक्टूबर को आतंकवादियों ने शोपियां जिले में 2 गैरकश्मीरी ट्रक ड्राइवरों की हत्या कर दी थी। उससे भी पहले 14 अक्टूबर को 2 आतंकवादियों ने राजस्थान के नंबर प्लेट वाले एक ट्रक के ड्राइवर की गोली मारकर हत्या कर दी थी। ट्रक ड्राइवर की पहचान शरीफ खान के तौर पर हुई थी। आतंकियों ने उस दिन एक सेब कारोबारी पर भी हमला किया था।16 अक्टूबर को शोपियां में ही पंजाब के रहने वाले सेब कारोबारी चरनजीत सिंह की आतंकियों ने हत्या कर दी थी और एक अन्य सेब कारोबारी संजीव को जख्मी कर दिया था। उसी दिन छत्तीसगढ़ के रहने वाले एक मजदूर की पुलवामा जिले में आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
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